UP News : हमीरपुर जेल में 14 सितंबर को बंदी की मौत के मामले में जेलर, डिप्टी जेलर, जेल वार्डर सहित सात को नामजद करते हुए सदर कोतवाली में हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है। इसमें अनिल की पत्नी पूजा द्विवेदी ने पति की पीट-पीट कर हत्या का आरोप लगाया है। रिपोर्ट में नामजदों के अलावा कुछ अज्ञात लोगों को भी शामिल किया गया है। मामले की न्यायिक जांच के भी आदेश हुए हैं। अनिल की मौत के बाद सोमवार को परिजनों ने जेल गेट के बाहर भारी हंगामा किया था। इसके बाद डिप्टी जेलर और वार्डर को निलंबित किया गया था। हालांकि परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज करने की मांग करते हुए शव लेने से इनकार कर दिया था। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद 24 घंटे से पोस्टमार्टम हाउस में रखे शव का अंतिम संस्कार किया गया।
सदर कोतवाली के सूरजपुर वार्ड के रहने वाले 33 वर्षीय अनिल कुमार 11 सितंबर को मारपीट और एससी/एसटी एक्ट के दस साल पुराने मुकदमे में वारंट होने पर कोर्ट में हाजिर हुआ था। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था। 14 सितंबर की दोपहर को पत्नी को जेल प्रशासन की ओर से सूचना दी गई कि अनिल की बीमारी से मौत हो गई। 15 सितंबर को परिजनों ने मृतक के शरीर पर चोटों के निशान देखकर जेल प्रशासन पर पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा और जेल गेट के बाहर जाम लगाया था। जाम खुलने के बाद पोस्टमार्टम हुआ, लेकिन परिजन शव को मोर्चरी में छोड़कर चले गए।
उनका कहना था कि जब तक रिपोर्ट नहीं दर्ज होगी, शव नहीं ले जाएंगे। इस बीच मामले की जानकारी पर महानिदेशक कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं पीसी मीना ने डिप्टी जेलर संगेश कुमार और जेल वार्डर अनिल कुमार यादव को लापरवाह मानते हुए निलंबित कर दिया था। रिपोर्ट दर्ज करने की मांग को लेकर मंगलवार सुबह भी मृतक के परिजनों की प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार नोकझोंक हुई। दोपहर बाद भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील पाठक मृतक की पत्नी पूजा को लेकर डीएम व एसपी से मिले। इसके बाद मृतक की पत्नी की तहरीर के आधार पर सदर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज की गई।
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एसपी डॉ. दीक्षा शर्मा ने बताया कि जेलर केपी चंदीला, डिप्टी जेलर संगेश कुमार, जेल वार्डर अनिल कुमार यादव, लंबरदार दिलीप, शफी मुहम्मद, दीपक, राइटर विनय सिंह और अज्ञात के खिलाफ हत्या, गंभीर चोट पहुंचाने और उगाही की धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई है। वहीं जिलाधिकारी घनश्याम मीणा ने बताया कि मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं।
मृतक की पत्नी, भाई को पीएम आवास
मृतक की पत्नी पूजा और परिजनों ने 60 लाख रुपये मुआवजा, सरकारी नौकरी समेत कई मांगें उठाईं। डीएम घनश्याम मीणा ने बताया कि परिजनों की मांगों को शासन तक पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मृतक और उसके भाई के परिवार को अलग-अलग आवास दिए जाएंगे। मृतक के दोनों पुत्रों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत प्रतिमाह 2500-2500 रुपये की मदद मिलेगी। केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश दिलाया जाएगा। पत्नी सहित दो लोगों को नगर पालिका में आउटसोर्स पर नौकरी दी जाएगी। पत्नी को विधवा पेंशन और पिता श्रीकृष्ण को वृद्धावस्था पेंशन दिलाई जाएगी।


