Raipur Central Jail attack: यूथ कांग्रेस नेता आशीष शिंदे पर जानलेवा हमला, राजनीतिक रंजिश की आशंका

Umesh Sahu

Raipur Central Jail attack: रायपुर | छत्तीसगढ़ की राजधानी स्थित केंद्रीय जेल एक बार फिर हिंसा और गैंगवार के कारण सुर्खियों में है। गुरुवार को जेल में बंद यूथ कांग्रेस नेता आशीष शिंदे पर दो कैदियों ने धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में एक अन्य कैदी भी गंभीर रूप से घायल हुआ है। दोनों को अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।

धारदार हथियार से सिर और पीठ पर वार Raipur Central Jail attack

सूत्रों के अनुसार, हमला पूरी योजना के तहत किया गया था। हमलावरों ने सीधे सिर और पीठ को निशाना बनाया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह हमला जेल के भीतर गुटबाजी और वर्चस्व की लड़ाई का हिस्सा है। हमलावर कैदियों की पहचान कर ली गई है, लेकिन उनके नाम फिलहाल सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। जांच पूरी होने के बाद इस संबंध में खुलासा किया जाएगा।


जेल में चल रही वर्चस्व की जंग

Raipur Central Jail attack: बीते कुछ समय से रायपुर सेंट्रल जेल के भीतर प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। बुधवार को भी एक जेल प्रहरी के साथ मारपीट की घटना सामने आई थी। दो दिनों में दो गंभीर घटनाओं से जेल के भीतर की अव्यवस्थित सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। जेल प्रशासन ने तत्काल आंतरिक जांच शुरू कर दी है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

राजनीतिक रंजिश की भी आशंका

सूत्रों के मुताबिक, इस हमले की राजनीतिक पृष्ठभूमि भी हो सकती है। चर्चा है कि कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता, जो खुद धोखाधड़ी के मामले में जेल में रह चुके हैं, का नाम भी इस हमले से जुड़ रहा है। हालांकि पुलिस ने इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन जांच का रुख राजनीतिक गुटबाजी की ओर जाता दिख रहा है।

केके श्रीवास्तव से संबंध

हमले का शिकार बने आशीष शिंदे, पूर्व में कांग्रेस नेता केके श्रीवास्तव की मदद करने के आरोप में जेल में बंद हैं। श्रीवास्तव को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का करीबी माना जाता है। इस घटना ने कांग्रेस के भीतर चल रही गुटबाजी को एक बार फिर सामने ला दिया है।


जेल प्रशासन की साख पर सवाल

Raipur Central Jail attack: राजधानी की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली जेल में चाकू जैसे हथियारों का पहुंचना और कैदियों के बीच बार-बार हिंसक झड़पें होना जेल प्रशासन की कमी और लापरवाही को उजागर करता है। सूत्रों का कहना है कि जेल में आपराधिक गिरोहों का दबदबा लगातार बढ़ रहा है।

जांच तेज, सुरक्षा समीक्षा जारी

Raipur Central Jail attack: फिलहाल जेल प्रशासन और पुलिस दोनों ही मामले की जांच में जुटे हुए हैं। हमलावरों की पहचान और हमले के पीछे की मंशा को लेकर गहराई से पड़ताल की जा रही है। साथ ही जेल की सुरक्षा व्यवस्था की व्यापक समीक्षा भी शुरू कर दी गई है।

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