CSEB electricity rate hike: छत्तीसगढ़ के लाखों बिजली उपभोक्ताओं को एक बार फिर झटका लगने वाला है। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने बिजली की दरों (electricity rate) में 20 पैसे प्रति यूनिट की दर से बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। यह वृद्धि खासकर घरेलू उपभोक्ताओं के बजट को प्रभावित करेगी।
अब 100 यूनिट तक खपत करने वालों को 3.90 रुपये के बजाय 4.10 रुपये प्रति यूनिट का भुगतान करना होगा। इससे लोगों का आर्थिक बोझ बढ़ेगा।
💡 लगातार घाटे का हवाला (electricity rate)
बिजली कंपनियों ने लगातार घाटे को इस मूल्यवृद्धि का आधार बताया है। कंपनियों के मुताबिक, हर वर्ष उन्हें लगभग 4900 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ पावर डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (CSPDCL) ने आयोग को टैरिफ संशोधन का प्रस्ताव सौंपा था।
📅 2024 में भी बढ़े थे दाम
गौरतलब है कि जून 2024 में भी 20 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली (electricity rate) महंगी की गई थी। तब 4500 करोड़ के घाटे का हवाला दिया गया था। अब साल 2025 के लिए घाटा और बढ़कर 4900 करोड़ होने का दावा किया गया है, जिसके चलते 11 जुलाई 2025 को नई दरें घोषित की गईं।
📌 अगस्त से लागू होंगे नए टैरिफ
बिजली दरों (electricity rate) में बदलाव की प्रक्रिया 20 जून से शुरू हुई थी। आयोग ने उपभोक्ताओं से जनसुनवाई के जरिए सुझाव भी लिए थे। अब, नई दरें लागू होने के बाद अगस्त महीने के बिलों में बढ़ोतरी का असर देखने को मिलेगा।
🚜 कृषि और व्यापारिक उपभोक्ता भी प्रभावित
नवीन टैरिफ सिर्फ घरेलू नहीं, बल्कि कॉमर्शियल और एग्रीकल्चर सेक्टर पर भी असर डालेगा। यानी किसानों और व्यापारियों को भी अब पहले से अधिक बिजली बिल (electricity rate) चुकाना होगा। हालांकि कंपनियों का दावा है कि यह कदम वित्तीय संतुलन बनाए रखने के लिए जरूरी है, लेकिन इसका सीधा बोझ उपभोक्ताओं पर पड़ेगा।
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