CG News: एंटीकरप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने मेडिकल बिल पास करने के एवज में 10000 रुपए की रिश्वत लेने वाले लिपिक मनोज कुमार ठाकुर को रंगे हाथों गुरुवार को गिरफ्तार किया। साथ ही तलाशी में उसके पास से रिश्वत की रकम बरामद की गई। पूछताछ के बाद आरोपी को विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर 4 सितंबर तक के लिए जेल भेज दिया गया है।
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चांपाझर (चंपारण) के शिक्षक ने अपने नवजात शिशु के उपचार की राशि 1 लाख रुपए निकालने के लिए विकासखंड अभनपुर में बिल लगाया था। इसे पास करने के एवज में 10 फीसदी की रिश्वत आरोपी लिपिक ने मांगी थी। एसीबी ने शिकायत की जांच करने के बाद लिपिक को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
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1 लाख रुपये मेडिकल लोन के लिए मांगा था 10 परसेंट
अभनपुर विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चंपाझर में टीचर चंद्रहास निषाद पदस्थ है. टीचर चंद्रहास निषाद को अपने नवजात बच्चे के इलाज के लिए 1 लाख रुपये की जरूरत थी. टीचर ने मेडिकल की राशि निकालने के लिए प्राचार्य कार्यालय में आवेदन किया. जिसके बाद स्कूल के प्राचार्य कार्यालय में पदस्थ बाबू मनोज कुमार ठाकुर 1 लाख रुपए की मेडिकल की राशि निकालने के बदले 10% रिश्वत की मांग की.