जयपुर, 8 जुलाई| Luxury Cars ED Raid : राजस्थान में तीन जिलों में हुई ईडी की छापेमारी ने वित्तीय फर्जीवाड़े की उस दुनिया को बेनकाब कर दिया, जहां नकदी, लग्जरी कारें और झूठे निवेश के कागज़ ही सच्चाई बन चुके थे। जयपुर, कोटा और टोंक में स्थित डेबाक इंडस्ट्रीज लिमिटेड और नेचुरो इंडिया बुल लिमिटेड के ठिकानों पर तीन दिन चली कार्रवाई के बाद 78 लाख नकद, चार लग्जरी कारें, और जमीनों में किए गए करोड़ों के निवेश के सबूत ईडी ने बरामद किए हैं।
क्या मिला?(Luxury Cars ED Raid )
- 8 लाख रुपये नकद
- Rolls Royce Phantom, Bentley Mulsanne, Toyota Land Cruiser, Mercedes G-Wagon
- ज़मीन, होटल, विला के रजिस्ट्रेशन दस्तावेज
- कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस व डाटा स्टोरेज उपकरण
- शेयर बाजार से जुड़ी फर्जी योजनाओं के कागज़
घोटाले की गहराई(Luxury Cars ED Raid)
डेबाक इंडस्ट्रीज के संचालक मुकेश मनवीर और नेचुरो इंडिया के संचालक गौरव जैन व ज्योति के खिलाफ जो साक्ष्य मिले हैं, वे ₹100 करोड़ से अधिक के घोटाले की ओर इशारा करते हैं। इन कंपनियों का संचालन एक ही पते से हो रहा था, जो दर्शाता है कि पूरा नेटवर्क संगठित और प्लान्ड फ्रॉड स्कीम पर काम कर रहा था।
राजनीतिक कनेक्शन और पब्लिक फेस(Luxury Cars ED Raid)
मुकेश न सिर्फ शिवसेना से जुड़ा था, बल्कि 2019 में टोंक-सवाई माधोपुर सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ चुका है। प्रचार में फिल्म अभिनेत्री भी शामिल रही थीं, लेकिन उसे सिर्फ 4,900 वोट ही मिले।


